कारक पहचान की ट्रिक कारक की परिभाषा भेद उदाहरण। कारक किसे कहते हैं

कारक कारक किसे कहते हैं

Table

No. karak/कारक
1. कारक किसे कहते हैं
2. कारक की परिभाषा
3. कारक के उदाहरण
4. कारक के भेद
5. कर्ता कारक किसे कहते हैं
6. कर्म कारक किसे कहते हैं
7. करण कारक किसे कहते हैं
8. संप्रदान कारक किसे कहते हैं
9. अपादान कारक किसे कहते हैं
10. संबंध कारक किसे कहते हैं
11. अधिकरण कारक किसे कहते हैं
12. संबोधन कारक किसे कहते हैं
13. कारक की पहचान/karak ki trick
 
कारक किसे कहते हैं। कारक की परिभाषा भेद और उदाहरण competitive exam group C और D के exam पूछे जाने वाले कारक के प्रश्न!आज हम सीखेंगे 1 सेकंड में कैसे हम कारक को पहचाने।
 
कारक की परिभाषा
कारक की परिभाषा

कारक की परिभाषा karak ki paribhasha-

 संज्ञा और सर्वनाम को क्रिया के साथ जोड़ने वाले विभक्ति चिन्ह को जैसे- को, ने,से आदि को कारक Karak कहते हैं।

 

कारक किसे कहते हैं Karak in hindi

वाक्य में प्रयोग होने वाले संज्ञा तथा सर्वनाम जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ संबंध, वाक्य की क्रिया से जाना जाए,उसे कारक karak कहते हैं।

 

कारक के 10 उदाहरण-

 
  1. बच्चा छत से गिर पड़ा।
  2. यह कमल की गाय है।
  3. कमरे में टीवी रखा है।
  4. सामने दरवाजा खोलो।
  5. लडके घर जाते हैं।
  6. सीता खाना खाती है।
  7. हे भगवान। हमारी रक्षा करो।
  8. मैं रात में सोता हूं।
  9. मीना मोनू की बहन है
  10. रामू को कलम दो।

कारक के कितने भेद होते हैं karak ke kitne bhed hote hain-

 कारक 8 भेद के होते हैं।

 
  •  कर्ता कारक                ने
  • कर्म कारक                को
  • करण कारक              से
  • संप्रदान कारक           को
  • अपादान कारक          से
  • संबंध कारक              का,के,क
  • अधिकरण कारक        मे
  • संबोधन कारक            हे, अरे

कर्ता कारक किसे कहते हैं

जिस शब्द से कार्य करने वाले पर ज्ञान होता है उसे कर्ता कारक कहते हैं। कर्ता का शाब्दिक अर्थ करने वाला होता है। कर्ता कारक का चिन्ह ( ने ) होता है। अर्थात कार्य को करने वाला कर्ता कहलाता है।

 Trick- का मतलब काम करने वाला व्यक्ति से है।
 

1. राम ने रावण को बाण से मारा ?

यहां पर कर्ता राम है राम यहां कारक है।

2  मोहित ने पानी पिया?

Trick-यहां पर मोहित में पानी पिया, मोहित कर्ता कारक है।

कर्म कारक किसे कहते हैं

जिस संज्ञा या सर्वनाम शब्द पर कर्ता के द्वारा की गई क्रिया के फल का प्रभाव पड़ता है अथवा वह शब्द जिस रूप पर क्रिया का फल पड़ता है। उसे कर्म कारक कहते हैं इसका कारक चिन्ह को है।

Trick-जिसके लिए काम किया जाता है।
 

1. माताजी बालक को समझाती हैं।

बालक,यहां पर माता बालक को समझा रही है इसलिए बालक यहां कर्ता कारक है।

2. राम ने रावण को बाण से मारा?

यहां पर राम ने रावण को मारा इसलिए यहां पर रावण कर्म कारक है

करण कारक किसे कहते हैं

जिस संज्ञा शब्द से साधन का बोध होता है तथाा जिस साधन से क्रिया संपन्न की जाए उसे करण कारक कहते हैं। इसका कारक चिन्ह के द्वारा, से होता है। करण का अर्थ साधन है।

Trick-यहां पर करण का अर्थ माध्यम से है
 

1. बच्चे ठंड से कांप रहे थे।

यहां पर ठंड मध्य में है ठंड करण कारक है

2. राम ने रावण को बाण से मारा?

यहां पर बाण माध्य में है बाण यहां करण कारक है

संप्रदान कारक किसे कहते हैं

वाक्य में जब किसी शब्द से किसी को कुछ दिए जाने या लिए जाने का बोध होता है उसी संप्रदान कारक कहते हैं ।
इसका चिन्ह को, के लिए है संप्रदान शब्द का शाब्दिक अर्थ देना होता है।
 
Trick-जब किसी को कुछ दिया जाए तो संप्रदान कारक  होता है
 

1. यह पुस्तक सीता को दे दी।

यहां पर सीता को पुस्तक देने की बात हो हो रही है,सीता संप्रदान कारक है

2. सुरेश मीना के लिए खाना लाया।

Trick-यहां पर खाना देने की बात की हो रही हैमीना संप्रदान कारक है।

अपादान कारक किसे कहते हैं apadan karak

जिस शब्द से एक वस्तु दूसरी वस्तु से अलग होने का बोध होता है अर्थात उत्पन्न होने का भाव प्रकट होता है उसे अपादान कारक apadan karak कहते हैं इसका कारक चिन्ह से है। अर्थात वाक्य में अलग होने, लगने, डरने, सीखने, तुलनात्मक बोध होता है।

Trick-यहां पर अलग होने या गिरने का का संकेत मिलता  है
 

1.पेड़ से पत्ता नीचे गिर गया।

यहां पर पता नीचे गिर गया और पेड़ से अलग हुआ है,पत्ता अपादान कारक है।

2. सांप बिल से बाहर निकला।

यहां पर सांप बिल से अलग हुआ है,बिल अपादान कारक है।

सम्बन्ध कारक किसे कहते हैं

जिस शब्द से किसी वस्तु से दूसरी वस्तु से संबंध प्रकट होता है उसे संबंध कारक कहते हैं इसका विभक्ति चिन्ह का,ना,ना होता है।
 
Trick-संबंध नाम से ही पता चल रहा है कि वाक्यों में संबंध का प्रयोग होगा होगा

 

1. यह पुनीत का घर है।

सम्बन्ध कारक यहां पर पुनीत हो घर में संबंध है।

2. श्याम के दो पुत्र हैं।

सम्बन्ध कारक, यहां पर शाम और पुत्र के बीच संबंध है।

अधिकरण कारक किसे कहते हैं

जिस संज्ञा यह सर्वनाम से क्रिया केे आधार या काल बोध होताा है इसी अधिकारण समास कहते हैं इसका प्रयोग समय, स्थान, दूरी, कारण, तुलना, मूल्य के लिए भी किया जाता है। इसका विभक्ति चिन्ह में, पर है।

 
  Trick-(आश्रय) अंदर, ऊपर, बीच

 

1. कमरे में T.V रखा है।
यहां पर कमरे के अंदर टीवी रखा है,अधिकरण कारक

2. मछली पानी में रहती है।
मछली का आश्रय पानी है,अधिकरण कारक

संबोधन कारक किसे कहते हैं

जिस संज्ञा शब्द से किसी को पुकारने बुलाने और सूचित करने का बोध होता है उसे संबोधन कारक कहते हैं। इसमें संज्ञा से पूर्व विस्मयाबोधक अव्यय जुड़े होते हैं। इसका कोई भी विभक्ति चिन्ह नहीं होता है

 Trick-(बोलने पुकार में) अरे, हे, हे ईश्वर

1. अरे यार! तुम कैसे हो।

यहां पर अरे का प्रयोग हुआ है,संबोधन कारक

2. हे ईश्वर! मेरी रक्षा करना।
संबोधन कारक

कर्म और संप्रदान कारक में अंतर-
कर्म कारक और संप्रदान कारक दोनों में को विभक्ति का प्रयोग करते हैं। कर्म कारक मे जिस शब्द के साथ को जुड़ा होता है उस पर क्रिया का फल पड़ता है।
 
उदाहरण-
1-सीता ने गीता को पढ़ाया।
 
अन्तर
 
संप्रदान कारक के चिन्ह को का अर्थ के लिए या के वास्ते होता है संप्रदान कारक में किसी को कुछ देने या किसी के लिए कुछ काम करने का बोध होता है।
 
उदाहरण-
1-गरीबों को भोजन और वस्त्र दे दो।
 
करण कारक और संपादन कारक में अंतर
करण तथा अपादन दोनों कारकों का विभक्ति चिन्ह से है, किंतु अर्थ की दृष्टि से दोनों में भेद है। करण कारक में से सहायक साधन का सूचक है जबकि अपादान कारक में से अलगाव का सूचक है।
 
उदाहरण
 
1-श्याम साइकिल से आया है।
 
2-रघुवर बस स्टेशन आया है।
 
3-तुम पेन से क्यों लिखते हो।
 

FAQ Questions-

Qus-1 कारक किसे कहते हैं इसके कितने भेद होते हैं?

वाक्य में प्रयोग होने वाले संज्ञा तथा सर्वनाम जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ संबंध, वाक्य की क्रिया से जाना जाए,उसे कारक कहते हैं।

कारक 8 भेद के होते हैं।
 
 कर्ता कारक                ने
कर्म कारक                को
करण कारक              से
संप्रदान कारक           को
अपादान कारक          से
संबंध कारक              का,के,क
अधिकरण कारक        मे
संबोधन कारक            हे, अरे

Qus-2 कारक की परिभाषा और उदाहरण सहित बताइए?

 
 संज्ञा और सर्वनाम को क्रिया के साथ जोड़ने वाले विभक्ति चिन्ह को जैसे- को, ने,से आदि को कारक कहते हैं।

कारक के 10 उदाहरण-

1.बच्चा छत से गिर पड़ा।
2.यह कमल की गाय है।
3.कमरे में टीवी रखा है।
4.सामने दरवाजा खोलो।
5.लडके घर जाते हैं।
6 सीता खाना खाती है।
7.हे भगवान। हमारी रक्षा करो।
8.मैं रात में सोता हूं।
9.मीना मोनू की बहन है
10.रामू को कलम दो।

Qus-3 कर्ता कारक किसे कहते हैं?

जिस शब्द से कार्य करने वाले पर ज्ञान होता है उसे कर्ता कारक कहते हैं। कर्ता का शाब्दिक अर्थ करने वाला होता है। कर्ता कारक का चिन्ह ( ने ) होता है। अर्थात कार्य को करने वाला कर्ता कहलाता है।

Qus-4 कर्म कारक किसे कहते हैं?

जिस संज्ञा या सर्वनाम शब्द पर कर्ता के द्वारा की गई क्रिया के फल का प्रभाव पड़ता है अथवा वह शब्द जिस रूप पर क्रिया का फल पड़ता है। उसे कर्म कारक कहते हैं इसका कारक चिन्ह को है।

Qus-5 करण कारक किसे कहते हैं?

जिस संज्ञा शब्द से साधन का बोध होता है तथाा जिस साधन से क्रिया संपन्न की जाए उसे करण कारक कहते हैं। इसका कारक चिन्ह के द्वारा, से होता है। करण का अर्थ साधन है।

Qus-6 संप्रदान कारक किसे कहते हैं?

वाक्य में जब किसी शब्द से किसी को कुछ दिए जाने या लिए जाने का बोध होता है उसी संप्रदान कारक कहते हैं ।
इसका चिन्ह को, के लिए है संप्रदान शब्द का शाब्दिक अर्थ देना होता है।

Qus-7 अपादान कारक किसे कहते हैं?

जिस शब्द से एक वस्तु दूसरी वस्तु से अलग होने का बोध होता है अर्थात उत्पन्न होने का भाव प्रकट होता है उसे अपादान कारक कहते हैं इसका कारक चिन्ह से है। अर्थात वाक्य में अलग होने, लगने, डरने, सीखने, तुलनात्मक बोध होता है।

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