चौपाई दोहा सोरठा की परिभाषा और पहचान
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No. | चौपाई दोहा सोरठा |
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1. | चौपाई की परिभाषा |
2. | दोहा की परिभाषा |
3. | सोरठा की परिभाषा |
4. | चौपाई के उदाहरण |
5. | दोहा के उदाहरण |
6. | सोरठा के उदाहरण |
7. | चौपाई के पहचान/ट्रिक |
8. | दोहा की पहचान/ट्रिक |
9. | सोरठा की पहचान/ट्रिक |
दोहा की परिभाषा और पहचान-
ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ । ।। ऽ ऽ ऽ ऽ ।
उदाहरण-
प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदय राखि कोसलपुर राजा।।
गरल सुधा रिपु अमिय मिताई। गोपद सिंधु अनल सिलाई।।
सोरठा की परिभाषा और पहचान-
करहु अनुग्रह सोई, बुद्धि रासि सुभ गुन सदन
रोला की परिभाषा-
- वर्णिक छन्द
- मात्रिक छन्द
- मुक्तक छन्द
- समास की परिभाषा
- कारक किसे कहते हैं
- सन्धि की परिभाषा
- अलंकार किसे कहते हैं
- तत्सम और तद्भव शब्द
- उपसर्ग और प्रत्यय
- विराम चिन्ह किसे कहते हैं
- संज्ञा की परिभाषा
- सर्वनाम की परिभाषा
- विशेषण किसे कहते हैं
- क्रिया किसे कहते हैं
- क्रिया विशेषण
Qus-1 दोहा चौपाई और सोरठा में कितनी मात्राएं होती हैं?
1.दोहा में सम चरणों 11,11 मात्रा होती हैं विषम चरणों में 13,13 मात्राएं होती हैं!
2.चौपाई के हर चरण में 16,16 मात्राएं होती है!
3.सोरठा सम चरणों में 13,13 मात्रा तथा विषम चरणों में 11,11 मात्राएं होती है!
Qus-2 दोहा की परिभाषा उदाहरण सहित बताइए।
यह अर्ध सम मात्रिक छंद है इसके 4 चरण का होते हैं इसके सम चरणों 11,11 मात्रा होती हैं विषम चरणों में 13,13 मात्राएं होती हैं!
उदाहरण–
ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ । ।। ऽ ऽ ऽ ऽ ।
ऐसी वानी बोलिए, मन का आपा खोय।
ऽ ।। ऽ ऽ ।। । ऽ ऽ ।। ऽ ।। ऽ।
औरन को शीतल करे, आपॅहु शीतल होय!
Qus-3 चौपाई की परिभाषा उदाहरण सहित बताइए?
यह सम मात्रिक छंद होता है इसमें 4 चरण होते हैं
हर चरण में 16,16 मात्राएं होती है!
उदाहरण
बदउऺ गुरु पद पदुम परागा।
सुरुचि सुबास सरस अनुराधा।।
अमिय मूरिमय चूरन चारू।
समन सकल भव रुज परिवारू।।
Qus-4 सोरठा की परिभाषा उदाहरण सहित बताइए?
दोहा के ठीक विपरीत के सम चरणों में 13,13 मात्रा तथा विषम चरणों में 11,11 मात्राएं होती है!
उदाहरण-1
ऽ । ऽ । ऽ ऽ । ।। ।।। ॥ ॥ । । ।
मूक होय वाचाल, पंगु चढ़इ गिरिवर गहन।
ऽ । । ऽ ऽ। । ऽ । । । । । । । ॥ ॥ ।।।
जासु कृपा सो दयाल ,द्रवउ सकल कलमल दहन